तीसरी लहर का दिखने लगा असर, दिल्ली से लेकर मुंबई तक कोरोना के मामलों में बड़ा उछाल
- देश में कोरोना के केस में बड़ा उछाल
- दिल्ली में 24 घंटे में 923 नए मामले
- मुंबई में मिले 24 घंटे में 2510 नए केस
देश में कोरोना के मामले एक बार फिर से तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने लोगों के सामने एक और नई चुनौती लाकर खड़ी कर दी है। इसी क्रम में आज राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटे में लगभग दोगुने मामले बढ़े हैं। बुधवार को आई नई रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 923 मामले सामने आए हैं।
मुंबई में कोरोना विस्फोट
अचानक से संक्रमितों का बढ़ना तीसरी लहर के आने का संकेत देता है। वहीं, दूसरी तरफ मुंबई में फिर से कोरोना विस्फोट हो गया है। मिली जानकारी के अनुसार, पिछले 24 घंटे में यहां कोरोना के 2510 नए मामले सामने आए हैं।
महाराष्ट्र में कोरोना से 20 लोगों की मौत
बता दें कि देश के बड़े शहरों में कोरोना के मामलों में तेजी होना डराने वाला है। कल मुंबई में कोरोना से 1377 लोग संक्रमित हुए थे, जबकि आज यह आंकड़ा 2510 के पार पहुंच गया है। वहीं, महाराष्ट्र में बुधवार को कोरोना के 3,900 नए केस मिले और 20 संक्रमितों की मौत हो गई। संक्रमण के नए मामलों में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के 85 मामले भी शामिल हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, राज्य में पिछले 24 घंटे में 1,306 रोगी ठीक हुए, जिसके बाद संक्रमण मुक्त होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 65,06,137 हो गई है। महाराष्ट्र में संक्रमण से ठीक होने की दर 97.61 प्रतिशत है।
दिल्ली में येलो अलर्ट जारी
इस बीच दोनों शहरों में संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए कई प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को राजधानी में ‘येलो अलर्ट’ जारी किया था, जिसके तहत स्कूल, कॉलेज, सिनेमा और जिम बंद रहेंगे। आदेश में कहा गया है कि दिल्ली मेट्रो अपनी 50 प्रतिशत सीट क्षमता के साथ संचालित होगी, जबकि ऑटो रिक्शा और कैब में दो यात्री तक बैठ सकते हैं।
प्रोटोकॉल के उल्लंघन के केस
इस बीच 28 दिसंबर को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार राजधानी दिल्ली में कोविड-19 दिशानिर्देश (प्रोटोकॉल) के उल्लंघन के 4300 से ज्यादा केस दर्ज किए गए हैं। दिल्ली सरकार ने 28 दिसंबर के लिए जारी आंकड़ों के अनुसार, उल्लंघन के कुल 4,392 मामलों में से 4,248 मामले मास्क से जुड़े हैं, जबकि 83 मामले दो गज की दूरी और 60 मामले सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से जुड़े हैं।